Ashok Singh Satyaveer

Sunday, May 15, 2016

🍁किसको गीत सुनाऊँ मैं ?🍁


🌺किसको गीत सुनाऊँ मैं?🌺

🍃मधुर बाँसुरी बजे हृदय में,
कैसी प्रीत बताऊँ मैं?
किसको गीत सुनाऊँ मैं? 1.🍃

🍃बिछुड़ गये कब, दो दिल किस पल?
स्मृति में छाये मधुरिम पल।
प्राण टिके जाने किसके बल?
कैसा मीत बताऊँ मैं? 2.🍃

🍃परिचय हुआ अचानक पिय से,
लगा कि सदियों से परिचित हैं ।
अनजानी छलना मुसकायी,
मेरे प्रिय मन में अंकित हैं ।
आँखों में दीवाने बादल,
हुए अतीत कहाऊँ मैं ॥3॥🍃

🍃उधर बजे मोहिनी बाँसुरी,
इधर राधिका है अब आकुल।
मर्यादा अब भी मुस्काये,
हृदय रागिनी है अब व्याकुल।
निठुर नियति का खेल कहूँ क्या?
कैसी रीति बताऊँ मैं? 4॥🍃

🍃'सत्यवीर' आह्वान हृदय का,
बाहर की विधियाँ क्या जाने!
मुग्ध प्यास पर अर्पित सब कुछ,
कैसा नियम हृदय पहिचाने?
वणिक बुद्धि असफल इस तट पर,
सच्ची नीति बताऊँ मैं ॥5॥🍃

🌷अशोक सिंह 'सत्यवीर'🌷'
[गीत संग्रह-'पहरे तब मुस्काते हैं ']

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